गोपेश्वर (चमोली)। उच्च हिमालय में स्थित सिखों के प्रसिद्ध धाम हेमकुंड साहिब तथा हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट धार्मिक रीति रिवाजों के बीच शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में कार्यक्रम की सुखमणि साहिब पाठ से हुई। इसके बाद श्री हर मंदिर साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई मनिंदर सिंह शबद कीर्तन की प्रस्तुति दी। अंतिम अरदास के बाद श्रीगुरू गं्रथ साहिब को गोविंदधाम लाया गया। पंच प्यारों की अगुवाई में शोभा यात्रा में कीर्तन और बोले सो निहाल, सतश्री अकाल के उदघोष के साथ हेमकुंड साहिब के कपाट दोपहर बाद बंद कर दिए गए। हेमकुंड साहिब स्थित गुरूद्वारे में दरवार साहिब की इस साल की अंतिम अरसाद पढ़ी गई। इसके बाद दरबार साहिब से पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र गुरूग्रंथ साहिब को सच खंड में शोभित कर दिया गया। इन परंपराओं के निवर्हन के पश्चात हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अमृतसर वाले रागी जत्थे की संगत द्वारा दरबार साहिब में इस वर्ष का अंतिम शबद कीर्तन का पाठ किया गया। सेना के जवानों तथा पंजाब के बैंड की मधुर संगीत इस दौरान सप्तश्रृंग चोटियों में गुंज उठी। हेमकुंड साहिब गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस बार सकुशलता से यात्रा का निवर्हन हो गया। कपाट बंद होने के मौके पर 2500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।
बताते चलें कि हेमकुंड साहिब को सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह की जन्म स्थली माना जाता है। इसके चलते ही हेमकंड साहिब को उच्च हिमालय में स्थित गुरूद्वारा माना जाता है। यहां विपरीत परिस्थितियों में बढ़ी संख्या में देश विदेश के श्रद्धालु कपाट खुलने के बाद मत्था टेकने को आते हैं। इस साल 2.75 लाख तीर्थयात्रियों ने हेमकुंड साहिब की यात्रा की।
इस दौरान हेमकुंड साहिब के बगल पर स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी शीतकाल के लिए हिंदू रीति रिवाज और पंरपराओं के बीच बंद कर दिए गए। इस अवसर पर गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा और वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने गोविंदघाट के थानाध्यक्ष विनोद रावत तथा घांघरिया चौकी प्रभारी अमनदीप सिंह और एसडीआरएफ की टीम द्वारा तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, मुस्तैदी तथा कुशल प्रबंधन पर धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने राज्यपाल गुरूमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मुख्य सचिव आनंद बर्धन, डीजीपी दीपम सेठ, जिलाधिकारी संदीप तिवारी तथा पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार द्वारा यात्रा काल में सहयोग पर आभार जताया। इस दौरान मैनेजर कुलजीत सिंह, सहायक मैनेजर मानू सिंह, बिग्रेडियर ढिल्लन समेत देश विदेश के तीर्थयात्री मौजूद रहे।