बागेश्वर : जिलाधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री पोषण एवं शक्ति निर्माण अभियान की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने पोषण आहार में उपयोग किए जा रहे खाद्य पदार्थों की सभी मानकों पर सतत निगरानी रखने व नियमित निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बच्चों के पोषण और भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत आवश्यक है कि बच्चों को ऐसा भोजन उपलब्ध कराया जाए जो न केवल स्वादिष्ट हो, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी पूर्ण रूप से पोषक हो। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालयों में दिए जा रहे भोजन का मेन्यू संतुलित और पूर्व निर्धारित हो तथा उसमें स्थानीय और ताजे उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए।
भोजन की स्वच्छता को लेकर उन्होंने कहा कि रसोईघर की नियमित सफाई, शुद्ध जल की उपलब्धता और भोजन तैयार करने वाली भोजन माताओं की ड्रेस कोड का पालन अनिवार्य किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि केंद्रों पर किचन गार्डन विकसित किए जाएं, ताकि बच्चों को ताजे फल और सब्जियां मिल सकें। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और वजन-मापन को अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री पोषण अभियान के हर पहलू में पारदर्शिता, गुणवत्ता और संवेदनशीलता बनाए रखी जाए, ताकि हर बच्चा स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बन सके। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार आर्या, खण्ड शिक्षा अधिकारी गरुड़ कमलेश्वरी मेहता, कपकोट चक्षुपति अवस्थी, डीएसओ बब्लू पांडेय, पीएम पोषण समन्वयक प्रदीप सिंह, दुग्ध पर्यवेक्षक बॉबी कुमार, प्र.बीआरपी हेम चन्द्र लोहुमी, मार्केटिंग इंचार्ज पीताम्बर दत्त उपाध्यय, पुष्कर अलमिया आदि उपस्थित थे।